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गुड्डे- गुड़ियों से खेलने की उम्र में उठा लिया था बल्ला.. अब WPL ऑक्शन में RCB ने लुटाए करोड़ों रुपए, तो हो गई भावुक बोली 19 साल की ऋचा ‘माता- पिता के लिए घर खरीदना चाहती हु’ – Cricket Reader

गुड्डे- गुड़ियों से खेलने की उम्र में उठा लिया था बल्ला.. अब WPL ऑक्शन में RCB ने लुटाए करोड़ों रुपए, तो हो गई भावुक बोली 19 साल की ऋचा ‘माता- पिता के लिए घर खरीदना चाहती हु’

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जगजाहिर है की इंडियन प्रीमियर लीग ने ना केवल भारत के क्रिकेट खिलाडियों को बल्कि दुनिया के तमाम खिलाडियों को फर्श से अर्श पर पहुंचे का काम किया है. वही, काम अब WPL यानी वीमेन प्रीमियर लीग ने कर दिया है. 13 फरवरी को WPL के लिए मुंबई में महिला क्रिकेटर का ऑक्शन हुआ. इस ऑक्शन में भारत सहित दुनियाभर की कई महिला क्रिकेट खिलाडियों की किस्मत चमकी. WPL की 5 फ्रैंचाइज़ीयो ने इस ऑक्शन में महिला क्रिकेट खिलाड़ियों पर पैसे की जबरदस्त बारिश की और रातोंरात उनकी किस्मत बदल दी.

इन्ही में एक भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाडी ऋचा घोष भी थी, जिन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 1.90 करोड़ रुपए की भारी भरकम कीमत में अपने साथ जोड़ा. हालाँकि, ऋचा घोष की बेस प्राइस 50 लाख ही थी. लेकिन इन्होने जैसे ही वर्ल्डकप में पाकिस्तान के खिलाफ दबाव में नाबाद 31 रन की पारी खेली वैसे ही WPL टीमों ने इन्हें अपने खेमे में शामिल करने के मन बना लिया. यही वजह रही जो नीलामी के वक्त बिडिंग वॉर के चलते इनकी कीमत 50 लाख से 1.90 करोड़ पहुँच गई.

ऋचा घोष के लिए यहाँ तक का सफर तय करना कोई आसान काम नहीं था. इसके लिए ऋचा घोष ने काफी संकटों का सामना किया है, उन संकटों में खूब मेहनत की है उसके बाद यहाँ तक पहुंची है. ऋचा घोष के बारे में बताया गया की ये जब 4 साल की थी, अब आप सोच सकते है की 4 साल का बच्चा कितना बड़ा होता है उसी वक्त से क्रिकेट का बल्ला थाम लिया था. वही, उस समय इनके घर की आर्थिक स्थति भी कुछ सही नहीं थी. खैर, आज ऋचा घोष अपने कैरियर की सफलता की चोटी पर पहुँच चुकी है.

ऋचा घोष ने कही ये बात:-

ऋचा घोष ने WPL के लिए 1.90 करोड़ रूपये में बिकने के बाद कहा, मेरे माता पिता चाहते थे की मैं भारतीय टीम के लिए खेलू. वो मैं खेल रही हु. और अब टीम की कमान संभालना चाहती हु. मैं अपने माता – पिता के लिए कोलकाता में घर खरीदना चाहती हु. ताकि वो अब अच्छे से जिंदगी से जी सके. उन्होंने मेरे लिए काफी संघर्ष किया है. मेरे पिता अब भी अंपायरिंग करते हैं. लेकिन अब मैं चाहती हु की मैं उनसे और ज्यादा मेहनत नहीं करवाऊंगी. 

19 साल की ऋचा आगे कहती है की मैं अब यहाँ से सुता अफ्रीका से वर्ल्डकप खेलने के बाद घर जाकर उनके लिए एक SUV कार लुंगी. वही, ऋचा के पिता कहते है की मैं उसपर दबाव नहीं बनाना चाहता था, सब अच्छा ही होगा. स्टेट लेवल के खिलाड़ी भी बड़ी स्टेज पर खेलते हैं. उन्हें भी वित्तीय सपोर्ट मिलेगा. महिला प्रीमियर लीग देखने के बाद कई युवा लड़कियां क्रिकेट खेलना शुरू करेंगी.

बता दे की ऋचा ने अभी तक भारत के लिए 17 वनडे और 31 टी -20 मैच खेले है, इनमे इन्होने 311 और 458 रन बनाये है. इसमें इनका हाईएस्ट स्कोर क्रमशः 65 और नाबाद 44 रन रहा है.

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