टीम इंडिया को लंबे अरसे बाद मिला जहीर खान जैसा खतरनाक बॉलर, अपने दम पर विश्वकप जितवाने की रखता है काबिलियत

कुछ ही महीनों में टीम इंडिया विश्वकप में भाग लेती हुई दिखेगी। इस बार यह विश्वकप भारत में ही खेला जा रहा है। पिछली बार जब इंडियन टीम विश्वकप जीती थी तब भी यह टूर्नामेंट भारत में ही आयोजित किया गया था। ऐसे में इस बार फैन्स को आईसीसी ट्रॉफी के सूखे का ख़त्म होने का इंतजार है। देश भर के लोगों को ऐसा लगता है कि इस साल हम 2011 के कारनामे को फिर से दोहराने जा रहे हैं।

12 साल पहले जहीर ने किया था कमाल

ज्ञात हो कि 2011 में जब विश्वकप खेला गया था तब भारत के दिग्गज गेंदबाज जहीर खान ने कुल 21 विकेट चटकाए थे। साथ ही अच्छी इकोनॉमी से गेंदबाजी करते हुए उन्होंने ट्रॉफी जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। ऐसे में इस बार भी टीम को एक ऐसे ही खतरनाक तेज गेंदबाज की सख्त जरुरत है जो 12 साल पहले के कारनामे को दोहराने में अपनी टीम की मदद करे।

धोनी का ख़ास अब विश्वकप में मचाएगा तबाही

ख़ुशी की बात यह है कि भारत को अब एक ऐसा भरोसेमंद गेंदबाज मिल चुका है जो कि आगामी विश्वकप में जहीर खान की राह पर चलने की काबिलियत रखता है। यह गेंदबाज और कोई नहीं बल्कि महेंद्र सिंह धोनी के शिष्य दीपक चाहर हैं। जिन्होंने कुछ समय पहले ही चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए आईपीएल की ट्रॉफी उठाई है।

यह खासियत चाहर को बनाती है अद्भुत्त

चाहर अपने स्विंग, वेरिएशन्स और आक्रामक मानसिकता से गेंदबाजी करने के लिए काफी तारीफें बटोर चुके हैं। विशेषकर पॉवरप्ले में वह 2-3 विकेट चंद ओवरों में चटकाने के लिए जाने जाते हैं। उनकी इस क्षमता की वजह से विपक्षी टीम का पूरा गेमप्लान ना सिर्फ बिगड़ता है बल्कि टीम घुटनों पर आ जाती है।

बिल्कुल आसान नहीं होगा विश्वकप में जहीर खान का रोल निभाना

जाहिर है कि जहीर खान के कारनामों को दोहराना दीपक के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होगा परंतु अगर विकल्पों की बात करें तो टीम इंडिया के पास चाहर के जैसा कोई अन्य तेज गेंदबाज नहीं है। वह अपने अनुभव और महेंद्र सिंह धोनी के सलाहों की बदौलत काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। बशर्ते विश्वकप के लिए उनका चयन हो।

ऐसा रहा है चाहर का अबतक का प्रदर्शन

वनडे मैचों में दीपक चाहर के प्रदर्शन पर गौर करें तो उन्होंने 10 मैचों में 15 विकेट चटकाए हैं। जबकि 24 टी20 मैचों में चाहर के 29 विकेट हैं। इसके अलावा दीपक चाहर बल्लेबाजी करते हुए भी टीम के काफी काम आ सकते हैं। देखना होगा कि विश्वकप स्क्वाड में उनका चयन बीसीसीआई करती है या नहीं।

Leave a Comment