जब कभी बात दुनिया के सबसे महान कप्तानों या क्रिकेटर की आती है तब महेंद्र सिंह धोनी का नाम सबसे टॉप पर आता है, क्योकि इस बंदे ने भारतीय क्रिकेट फैंस को हर वो ख़ुशी दी है, जो हर फैंस चाहता है. इस बंदे ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को ICC की तीनों ट्रॉफी के साथ साथ एशिया कप और कई ट्राई सीरीज भी जीताई. यही वजह है जो आज महेंद्र सिंह धोनी देश- दुनिया के तमाम दिग्गजों के सबसे फेवरेट क्रिकेटर और युवा खिलाडियों के लिए आर्दश है.
लेकिन आपको बता दे की महेंद्र सिंह धोनी जीतने अच्छे क्रिकेटर हुए है, उससे कही अधिक वो एक अच्छे इंसान भी है. उनकी अच्छाई के कई किस्से अपने भी सुने होंगे. इसी के चलते आज हम आपको महेंद्र सिंह धोनी की दोस्ती की एक ऐसी कहानी आपको बताने वाले है, जिसमे उन्होंने अपने जिगरी दोस्त के लिए पूरी जान लगा दी थी. मगर अनहोनी नहीं टली थी. तो चलिए जानते है विस्तार से..
2016 में आई M.S. Dhoni: The Untold Story फिल्म:-
सबसे पहले आपको बता दे की साल 2016 में महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर एक फिल्म आई थी, जिसका नाम M.S. Dhoni: The Untold Story था. इस फिल्म को शायद आपने भी देखा होगा. अब यदि नहीं देखा तो देख लीजियेगा.. इस फिल्म में दिखाया गया है की कैसे धोनी पहले रेलवे में टिकट कलेक्टर की जॉब करते है और बाद में उसे बीच छोडकर भाग जाते और उसके बाद क्रिकेट की दुनिया में अपना एक मुकाम हासिल करते है.
वही, इस फिल्म में महेंद्र सिंह धोनी के एक जिगरी दोस्त का भी जिक्र हुआ है, जिसका नाम संतोष लाल था. धोनी ने हेलीकॉप्टर शॉट अपने इसी दोस्त से सिखा था. इस सीन को फिल्म में भी फिल्माया गया. लेकिन इस फिल्म में उस वाकया को नहीं दिखाया गया जब बिमारी के चलते संतोष लाल की जान खतरे में आ गयी थी. तब महेंद्र सिंह धोनी ने खूब मदद की थी.
फोन पर ही करवाया एयर एम्बुलेंस का इंतजाम:-
ये वाकया साल 2013 का है. तब धोनी एक विदेश दौरे पर थे और यहाँ उनका दोस्त एक घातक बिमारी का शिकार हो गया था. जिसमे संतोष के पेनक्रियाज में इन्फेक्शन काफी हद तक बढ़ गया था, जिसकी वजह से उसकी जान भी चली गई. बताया जाता है की जब संतोष की इस बिमारी के बारे में धोनी को पता चला था तब वो बहुत ही नाजूक हालात में था. ऐसे में धोनी ने अपने परिवार के सदस्यों को संतोष की मदद करने के लिए कहा. तब धोनी ने अपने दोस्त को रांची से दिल्ली एम्स भर्ती भी करवाया था. इसके लिए खुद धोनी ने एयर एम्बुलेंस का इंतजाम भी करवाया था. मगर वही हुआ जो खुदा को मंजूर था.