इस समय भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेली जा रही है. इस सीरीज के पहले दो मैच टीम इण्डिया ने बड़ी ही आसानी से जीत लिए. सीरीज का पहला मैच टीम इण्डिया ने पारी और 132 रन से जीता था वही दूसरा मैच टीम इण्डिया ने 6 विकेट से जीता और इसी के साथ टीम इण्डिया ने सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने पास सुरक्षित किया. वही, ऑस्ट्रेलियाई टीम को निराशा का समाना करना पड़ा.
वैसे, आपको बता दे की सीरीज के दुसरे मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम की हार उनकी ही एक बड़ी गलती की वजह से हुई. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर दुसरे मैच की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक ऐसी ग़लती की और लगातार की जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया टीम को इस मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा. यदि ऑस्ट्रेलियाई टीम ये गलती ना करती तो रवीन्द्र जडेजा 7 विकेट नहीं निकाल पाते. जी हां, आप कह सकते है की यहाँ जडेजा की गेंदबाजी नहीं, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजो की एक गलती ने ही उनकी लुटिया डुबोई.
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजो ने दुसरे मैच की दूसरी पारी में उस्मान ख्वाजा की नकल करने की बड़ी गलती की थी. दरअसल, पहली पारी में उस्मान ख्वाजा ने स्वीप शॉट्स खेलकर 81 रन की पारी खेली. ये देखकर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने निर्णय लिया की दूसरी पारी में वो स्वीप शॉट्स ही खेलंगे. लेकिन यही करना उनकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई और हद तो तब हो गई जब इसी गलती की वजह से ऑस्ट्रेलिया के पहले 4 -5 विकेट गिर गये थे उसके बाद भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजो ने स्वीप शॉट्स खेला.
बता दे की इस मैदान में उछाल औसतन था. इसी वजह से पहले दिन शमी 4 विकेट निकालने में कामयाब हो पाए थे. वही दुसरे दिन यानी ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में रवीन्द्र जडेजा ऑस्ट्रेलिया टीम पर भारी पड़े. दूसरी पारी में सभी खिलाडियों ने कम उछाल की गेंद पर स्वीप शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन सही से खेल नहीं पाए और गेंद सीधी स्टंप में घुसी या बल्लेबाज के पेड पर लगी. जिससे वो बोल्ड आउट और एलबीडबल्यू आउट हुए.
यदि ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज इस गलती को वही सुधारते और स्वीप शॉट्स से अलग शॉट्स खेलने की कोशिश करते तो शायद मैच का नतीजा कुछ और होता.