सोमवार की शाम को भारतीय क्रिकेट टीम की सिलेक्शन कमेटी ने WTC फाइनल के लिए के एल राहुल के रिप्लेसमेंट के तौर पर ईशान किशन की टीम इंडिया में एंट्री कराई. इसी के साथ स्टैंड बाय खिलाड़ी के तौर पर सूर्यकुमार यादव, मुकेश कुमार और रुतुराज गायकवाड़ को टीम के साथ जोड़ा है. लेकिन अब फैंस के मन में बड़ा सवाल ये है की ईशान किशन तो कुछ ख़ास फॉर्म में नहीं है, तो फिर उन्हें क्यों चुना गया? क्या उनकी जगह रिद्धिमान साह, बेहतर विकल्प होते? तो चलिए जानते है आपके इन सवालों का जवाब…
टेस्ट में नहीं हुआ है ईशान का डेब्यू:-
दरअसल, ईशान किशन का टेस्ट क्रिकेट में अभी तक डेब्यू नहीं हुआ है. ईशान को बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उनको प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया था. यानी ईशान के पास इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में खेलना का कोई अनुभव बिलकुल भी नहीं है. दूसरी बात यह है कि WTC का फाइनल इंग्लैंड में खेला जाना है, जोकि ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम के खिलाफ होगा. अब ईशान ने इंग्लैंड में ईशान ने वनडे और टी-20 को मिलाकर कुल एक मैच खेला है.
फॉर्म से भी जूझ रहे हैं ईशान:-
बात करे ईशान किशन की हालिया फॉर्म की तो वो भ कुछ खास नहीं है. ईशान किशन इस आईपीएल 2023 में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हुए एक एक रन के लिए जूझते हुए नजर आ रहे. हालाँकि, एक मैच में इनका बल्ला चल भी है, लेकिन ये काफी नहीं हैं. इस आईपीएल में इन्होने अभी तक 10 मैच खेले है और उनम 136 के स्ट्राइक रेट से 293 रन बनाये हैं.
मुंबई के इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने इस सीजन सिर्फ दो अर्धशतक जमाए हैं और उनके प्रदर्शन में निरंतरता भी नजर नहीं आई है। ईशान के पास टेस्ट में खेलने का अनुभव नहीं है और WTC के फाइनल जैसे बड़े मुकाबले का प्रेशर वह कैसे झेल पाएंगे यह भी देखना दिलचस्प होगा.
क्या साहा होते बेहतर विकल्प?
सवाल यह भी है कि क्या ईशान किशन से बेहतर रिप्लेसमेंट ऋद्धिमान साहा होते. साहा के पास काफी अनुभव तो मौजूद है ही, इसके साथ ही वह इस समय IPL 2023 में अपने बल्ले से जमकर चमक भी बिखेर रहे हैं. साहा का अनुभव इंग्लैंड में काफी काम आ सकता था. इन्होने अभी तक इस आईपीएल में 11 मैचो में 273 रन बनाये है, इसमें इनका हाईएस्ट स्कोर 81 रन रहा है, और स्ट्राइक रेट 137.18 और औसत 27.30 रहा है.