पैदा होने पर खुश नहीं थे रिश्तेदार, क्रिकेट खेलने पर टोका.. 3 बार टुटा चैंपियन बनाने का सपना, लेकिन नहीं हारी हिम्मत, आज दुनिया बोल रही तुम जैसा नहीं कोई और.. हरमन

पैदा होने पर खुश नहीं थे रिश्तेदार, क्रिकेट खेलने पर टोका.. 3 बार टुटा चैंपियन बनाने का सपना, लेकिन नहीं हारी हिम्मत, आज दुनिया बोल रही तुम जैसा नहीं कोई और.. हरमन

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भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर अपने आलराउंडर खेल के लिए जानी जाती है, उन्होंने अपने आलराउंडर खेल के दम पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया है, आज उनका नाम क्रिकेट की दिग्गज महिला खिलाडियों में शुमार है. वही, अब चूँकि उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियन्स टीम WPL का खिताब अपने नाम कर चुकी है, ऐसे में उनकी सफलता में चार चाँद और लग चुके है.

इसी के चलते आज हम हरमनप्रीत कौर के संघर्ष की कहानी आपको बताने वाले है, जिसके दम पर आज हरमनप्रीत कौर दुनिया की टॉप महिला क्रिकेटर में से एक है. यहाँ तक की अब WPL का पहला खिताब जीतने वाली पहली महिला क्रिकेटर भी बन गई है. तो चलिए जानते है इनके बारे.

सबसे पहले आपको बता दे की हरमनप्रीत कौर का जन्म 8 मार्च 1989 को पंजाब के मोगा में हुआ था. इनके पिता जी का नाम हरमंदर सिंह भुल्लर है जोकि वॉलीबॉल और बास्केटबॉल के अच्छे खिलाडी रह चुके है. वही, इनकी माँ का नाम सतविन्द्र सिंह है. इसके अलावा इनकी एक बहन भी है जिसका नाम हेम्जीत सिंह है.

अब जहाँ हरमनप्रीत कौर पेशे से एक स्टार क्रिकेटर है और आज की डेट में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान भी है तो वही इनकी बहन मोगा में स्थित गुरुनानक कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत्त है. वही, बात करे इनकी पढाई की तो हरमनप्रीत की बहन इंग्लिश में MA है. जबकि हरमनप्रीत कौर इतनी पढ़ी लिखी नहीं है.

लेकिन आपको बता दे की इस समय पंजाब पुलिस में डीएसपी के पद पर है. इससे पहले जब वो साल 2014 में मुंबई आई थी तब वो भारतीय रेलवे में भी नौकरी कर चुकी है. वही, बात करे इनके क्रिकेट कैरियर की तो आज हरमनप्रीत कौर का नाम भारत के लिए सबसे ज्यादा टी -20 मैच खेलने का रिकॉर्ड है.

क्रिकेट में तमाम रिकॉर्ड के अलावा हरमनप्रीत कौर अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित है. लेकिन वही बात करे इनके संघर्ष की कहानी को तो आपको बता दे की हरमनप्रीत कौर ने अपने कप्तानी करियर में पहली बार कोई टूर्नामेंट जीता है. ये खिलाड़ी तीन बार चैंपियन बनने से चूकी है.

बता दे की इनकी कप्तानी में भारतीय टीम साल 2020 में टी20 वर्ल्ड कप में के फाइनल तक पहुंची गई थी लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद  2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने का सपना टुटा, इसमें भी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से सामना हुआ था. इसके बाद टी20 वर्ल्ड कप 2023 में भी चैंपियन बनाने का ख्वाब टुटा.

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