साऊथ अफ्रीका में खेले जा रहे ICC महिला टी -20 वर्ल्डकप में शुक्रवार को पहला सेमीफाइनल मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और 4 विकेट के नुकसान पर 172 रन का टोटल स्कोर भारतीय टीम के सामने खड़ा किया. इसमें जहाँ ऑस्ट्रेलिया टीम की सलामी बल्लेबाज अल्य्स्सा हेअली ने 25 तो इनकी जोड़ीदार बेथ मुनी ने 54 रन की शानदार पारी खेली. इसके बाद अश्लेइघ गार्डनर ने मात्र 18 गेंद में 35 रन की तूफानी पारी खेली तो वही कप्तान मेग लंनिंग ने नाबाद 49 रन की पारी खेली.

वही, जब भारतीय टीम इस 172 रन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मैदान में उतरी तब भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया. जहाँ मंधाना 2 रन बनाकर आउट हुई तो वही शेफाली वर्मा भी 9 रन बना सकी. इसके बाद यश्तिका भाटिया भी 4 रन बनाकर रन आउट का शिकार हुई. लेकिन बाद में जेमिमा और हरमनप्रीत कौर ने मैच में टीम इण्डिया की वापसी कराई. इसमें जहाँ हरमनप्रीत ने 52 रन की शानदार पारी खेली तो वही जेमिमा ने भी 43 रन की शानदार पारी खेली.

इसके बाद भी अंत में टीम इण्डिया महज 5 रन से लक्ष्य को हासिल करने से चूक ग, भारतीय टीम 8 विकेट के नुकसान पर 167 रन बना सकी. इसी के साथ भारतीय टीम इस वर्ल्डकप से बाहर हो गई. लेकिन भारतीय टीम अपनी ही गलतियों की वजह से इस वर्ल्डकप से बाहर हुई. इस सेमी फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने खराब फील्डिंग से लेकर ज्यादा रन देने तक कई बड़ी गलती की. इसमें एक बड़ी गलती ऋचा घोष ने और दूसरी शेफाली वर्मा ने की, इन्होने ऐसी गलती की जिसे देखकर आपका भी खून खौल जायेगा.

पहली गलती ऋचा घोष ने की:-

जी हां, बता दे की ऋचा घोष और शेफाली वर्मा ने ऑस्ट्रेलिया पारी के 9 वें ओवर की दूसरी गेंद पर एक लड्डू कैच छोड़ने की गलती की. जोकि भारतीय टीम की हार का सबसे बड़ा कारण बना. इस दौरान स्नेहा राणा गेंदबाजी कर रही थी और स्ट्राइक पर ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लंनिंग थी. स्नेहा राणा ने ओवर की दूसरी गेंद डाली, ये गेंद अतिरिक्त उछाल के साथ अंदर गई और बल्ले का किनारा लेकर ऋचा घोष के पास गई लेकिन वो इस कैच को पकड नहीं पाई. यदि वो इस कैच को पकड लेती तो मेग 49 रन की पारी नहीं खेल पाती.

दूसरी गलती शेफाली वर्मा ने की:-

इसी के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम लडखडा जाती और मैच का नतीजा कुछ और ही आता. इतना ही नहीं दूसरी गलती अगले ओवर में शेफाली वर्मा ने की. इस समय पारी का 10 वां ओवर राधा यादव डाल रही थी. इस समय स्ट्राइक पर बेथ मुनी थी. ओवर की चौथी गेंद पर मुनी क्रीज से बाहर चली आती है और आधे के अंदर मोटे तौर पर मचान को छोड़ देती है.

गेंद लॉन्ग-ऑन के दाईं ओर एक अच्छी ऊंचाई पर चली गई और शैफाली टिक नहीं पाई. वह बाउंड्री रोप के अंदर अच्छी तरह से थी और गेंद बहुत ज्यादा डिप भी नहीं हुई थी लेकिन उनके हाथ से कैच छूट जाता है. और ऑस्ट्रेलिया को 4 रन मिल जाते है. यदि यहाँ शेफाली कैच लपक लेती तो मुनी भी फिफ्टी नहीं जड़ पाती और मैच का नतीजा बदल जाता.

Kuldeep Singh

For me, being a cricket sports journalist is about much more than just writing about the sport. It's about sharing my love for cricket with others, and connecting with fans around the world who share that...

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