क्रिकेट खेलने पर बेल्ट से मारते थे पिता, लेकिन नहीं छोड़ी जिद…आज दिल्ली कैपिटल्स टीम की जान ये है धुरंधर खिलाडी, अब खुद सुनाई अपनी आपबीती

आज के समय में क्रिकेट भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला एकमात्र खेल है, आलम ये है की देश के तमाम युवा इस खेल में अपना कैरियर बनाना चाहते है, और वो इसके लिए कड़ी मेहनत भी करते है. इसके अलावा इसमें उनके घर वाले भी पूरा साथ देते है.

लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब भारत में क्रिकेट को इतनी तवज्जो नहीं दी जाती थी, जब बच्चे क्रिकेट खेलने के लिए घर से बाहर जाते थे तो उन्हें चोरिछुपे जाना पड़ता था और बाद में अपने माता पिता से मार भी खानी पड़ती थी. ऐसा ही कुछ आपके साथ भी जरुर हुआ होगा?

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यदि नहीं तो आपको बता दे की इस समय आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स टीम के तेज गेंदबाज खलील अहमद के साथ खूब हुआ है. इसका खुलासा खुद खलील अहमद ने जिओ सिनेमा पर मशहूर कमेंटेटर आकाश चौपड़ा के साथ एक बातचीत में किया है.

इस बातचीत में खलील अहमद ने बताया की जब मैं बचपन में क्रिकेट खेलता था तो मुझे क्रिकेट खेलने की भयानक सजा मिलती थी. खलील अहमद ने अपने ब्यान में कहा-

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मेरी, मेरे से बड़ी 3 बहने है और मेरे पिता जी टोंक जिले में एक कंपाउंडर थे. जब पिता जी अपनी ड्यूटी पर जाते थे तब मुझे घर पर दूध, सब्जी आदि लाने का काम करना पड़ता था. तभी मैं घर से बाहर क्रिकेट खेलने भी जाता था, लेकिन उसके चक्कर में घर के काम अधूरे रह जाते थे, जिसके बाद मेरी माँ पिता जी से शिकायत करती थी.

तब मुझ से पूछते थे कहा है? मैं क्रिकेट खेल रहा होता था तब वो बहुत गुस्सा करते थे, क्योंकि मैं पढ़ता भी नहीं था, और कोई काम भी अधुरा करता था. तब वो मुझे बेल्ट से पीटते थे, जिससे मेरे शरीर पर निशान पड़ जाते थे, इसके बाद मेरी बहनें रात में उन घावों का इलाज करती थीं

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खलील अहमद के क्रिकेट स्टैट्स:-

खैर, बात करे खलील अहमद के क्रिकेट कैरियर की तो खलील अहमद भारतीय टीम में डेब्यू कर चुके है. हालाँकि, इन दिनों वो टीम से बाहर चल रहे है, लेकिन आपको बता दे की खलील भारत के लिए 11 वनडे और 14 टी 20 मैच खेल चुके है, जिनमे इन्होने क्रमशः 15 और 13 विकेट अपने नाम किये है. इसके अलावा इन्होने आईपीएल में 34 मैचों में वो 48 विकेट अपने नाम किये है.

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Kuldeep Singh

Kuldeep is an emerging talent in the field of cricket writing and he has been working for Cricket Reader as a Sub Editor and delivering news and opinion from the world of cricket.

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