शर्दुल ठाकुर (Shardul Thakur), मुंबई के इस सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर ने वर्तमान रणजी ट्रॉफी सीजन में अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया है। टीम इंडिया से बाहर चल रहे शर्दुल ने रणजी ट्रॉफी के मैचों में अपनी शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
तमिलनाडु के खिलाफ शतकीय पारी

कुछ दिन पहले ही शर्दुल ने तमिलनाडु (Tamil Nadu) के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में सिर्फ 95 गेंदों पर शतक जड़ा था। उनकी यह शतकीय पारी साबित कर गई कि अब उनकी बल्लेबाजी का स्तर किस मुकाम पर पहुंच गया है। एक बॉलिंग ऑलराउंडर होने के बावजूद, शर्दुल ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को चौंका दिया।
विदर्भ के खिलाफ फाइनल में धमाकेदार प्रदर्शन
रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में विदर्भ (Vidarbha) के खिलाफ, शर्दुल ने एक बार फिर से अपना दमखम दिखाया। घरेलू वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium, मुंबई) में खेले जा रहे इस मुकाबले में, शर्दुल ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ही शानदार प्रदर्शन किया।
जब मुंबई ने अपनी पहली पारी में सातवां विकेट 154 रन पर ही गंवा दिया था, तब शर्दुल बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे। इस मौके पर उन्होंने विदर्भ के गेंदबाजों की कुटाई शुरू कर दी । सिर्फ 37 गेंदों में ही उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया, जिसमें छह चौके और दो छक्के शामिल थे। यह उनके फर्स्ट-क्लास करियर का 12वां अर्धशतक था।
A 37 BALL FIFTY BY SHARDUL THAKUR IN THE RANJI FINAL.
– The commentary of Vivek Razdan is too good! 👏 pic.twitter.com/EPLziEzPR2
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) March 10, 2024
शर्दुल ने आगे भी रन बनाने का अभियान जारी रखा और अंत में 69 गेंदों पर 75 रन बनाकर आउट हुए। उनकी इस पारी में आठ चौके और तीन छक्के शामिल थे। शर्दुल की इस धमाकेदार पारी की बदौलत मुंबई ने पहली पारी में 224 रन का स्कोर खड़ा किया।
गेंदबाजी में भी किया धमाल
शर्दुल ने इस मैच में गेंदबाजी में भी शुरुआत कर दी है। उन्होंने विदर्भ के ओपनर अथर्व तायडे (Atharva Taide) को पवेलियन की राह दिखाकर अपना पहला विकेट लिया। शर्दुल का यह प्रदर्शन साबित करता है कि वह टीम इंडिया में वापसी करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
शर्दुल ठाकुर का यह धमाकेदार प्रदर्शन न केवल रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई के लिए मददगार साबित हो रहा है, बल्कि उनकी टीम इंडिया में वापसी का रास्ता भी प्रशस्त कर रहा है। एक बार फिर से शर्दुल ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।