अर्जुन अवॉर्ड मिलने पर भावुक हुए मोहम्मद शमी, आंखों में आंसू लिए बोले...लोग चले जाते हैं लेकिन

अर्जुन अवॉर्ड मिलने पर भावुक हुए मोहम्मद शमी, आंखों में आंसू लिए बोले…लोग चले जाते हैं लेकिन

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Mohammed Shami : अर्जुन अवॉर्ड मिलनेटीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को इस साल अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। 31 वर्षीय शमी ने बताया कि उन्हें इस बात की बहुत ख़ुशी है कि उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल रहा है।

अर्जुन पुरस्कार भारत का दूसरा सबसे बड़ा खेल सम्मान है। यह पुरस्कार हर साल उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने अपने खेल में शानदार प्रदर्शन किया हो। शमी ने कहा, “यह एक सपने जैसा है। मुझे इस पुरस्कार के लिए चुने जाने पर बहुत ख़ुशी है। मैंने अपने करियर में देखा है कि खिलाड़ी इस पुरस्कार को पाने के लिए कितनी मेहनत करते हैं। अब जब मुझे यह सम्मान मिल रहा है तो लगता है जैसे सपना सच हो गया हो।”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शमी को देंगी अर्जुन पुरस्कार

दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शमी को अर्जुन पुरस्कार देंगी। शमी ने 2013 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। तब से वह भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक बने हुए हैं। उन्होंने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 180 से ज्यादा विकेट चटकाए हैं। वनडे और टी-20 में भी उनका रिकॉर्ड बेहद अच्छा रहा है।

वर्ल्ड कप में किया था धमाकेदार प्रदर्शन 

हाल ही में संपन्न हुए वनडे विश्वकप में वह भारत के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इसलिए, शमी के लगातार उम्दा प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उनके नाम की सिफारिश की थी। वह अर्जुन पुरस्कार पाने वाले पांचवें भारतीय तेज गेंदबाज हैं।

चोट की वजह से चल रहे टीम से बाहर

वर्तमान में शमी चोट के कारण टीम से बाहर हैं लेकिन जल्द ही वापसी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशंसकों का प्यार उनके लिए काफी मायने रखता है और वह जल्द मैदान पर वापसी करना चाहते हैं। शमी को अर्जुन पुरस्कार मिलना उनके लिए सम्मान की बात है क्योंकि वह इसके लायक हैं। उन्होंने अपने करियर में मेहनत करके यह मुकाम हासिल किया है।

शमी ने अपने टेस्ट करियर में 180 से अधिक विकेट लिए हैं जो किसी भी तेज गेंदबाज के लिए बेहतरीन आंकड़ा है। इसके अलावा उन्होंने वनडे और टी20 में भी दमदार प्रदर्शन किया है। वनडे विश्व कप में भी उन्होंने अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया। ये सब उपलब्धियां उन्हें अर्जुन पुरस्कार के हकदार बनाती हैं।

शमी इस समय करियर के पीक पर

31 वर्षीय शमी अभी अपने करियर के पीक पर हैं और आने वाले समय में भारत के लिए और कई मैच जिता सकते हैं। उनके पास रणनीतिक दृष्टि से गेंदबाजी करने की काबिलियत है जो किसी भी तेज गेंदबाज के लिए जरूरी होती है। भारत को उम्मीद है कि आने वाले सालों में शमी अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखेंगे।

शमी को अर्जुन पुरस्कार एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। उन्हें यह सम्मान मिलना दर्शाता है कि उन्होंने अपने कैरियर में कड़ी मेहनत की है और देश का नाम रोशन किया है। अब उनके आगे और भी बड़े लक्ष्य हैं जैसे कि 2024 में होने वाला T-20 विश्व कप। शमी टीम इंडिया के उन स्तंभों में से एक हैं जिन पर भारत को भरोसा है।

शमी जैसे खिलाड़ियों को मिलने वाले ऐसे सम्मान युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत होते हैं। यह दर्शाता है कि मेहनत और लगन से कोई भी ऊंचाइयां पा सकता है। शमी ने भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है। ऐसे खिलाड़ी ही देश का नाम रोशन करते हैं और युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बनते हैं।

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