धोनी के धुरंधर की बंगलादेशी बल्लेबाजों ने की जमकर कुटाई, मथीशा पथिराना ने 3 ओवर में लुटा दिए 50 से अधिक रन

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क्रिकेट में एक प्रचलित कहावत है, “आप अपने आगाज से नहीं, बल्कि अंजाम से जाने जाते हैं।” यह बात श्रीलंका के तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना के साथ घटित हुई। उन्होंने शानदार शुरुआत की, लेकिन अंत में शर्मनाक परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। वह गुजरी रात को भूलना ही पसंद करेंगे।

आगाज से लगा था दिन अच्छा बीतेगा

पहले ओवर में 2 रन देकर एक विकेट झटकने वाले पथिराना का आगाज ऐसा था कि लगा उनके लिए सोमवार, 4 मार्च की रात बहुत अच्छी जाएगी। उनके पहले ओवर की पहली गेंद वाइड रही, लेकिन फिर भी उन्होंने सिर्फ 2 रन दिए और एक सफलता हासिल की। इससे सभी को लगा होगा कि गेंदबाजी में आज पथिराना का दिन होने वाला है।

लेकिन अंजाम शर्मनाक रहा

हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। अगला ओवर जब वे करने आए तो 2 नो बॉल और तीन वाइड फेंकीं। कुल 20 रन अपने दो ओवर में पथिराना ने दिए। इसके बाद कप्तान ने उन्हें पांच ओवर तक रोके रखा, लेकिन जब फिर से गेंद उन्हें थमाई गई तो उनका हाल वही रहा। अपने तीसरे ओवर में पथिराना ने कुल 5 वाइड फेंकी और 19 रन खर्च कर दिए।

कप्तान चरित असलंका ने उन्हें फिर से गेंदबाजी के लिए बुलाया। इस बार उन्हें पारी का 19वां ओवर सौंपा गया और पथिराना ने एक नो बॉल भी फेंकी। इस ओवर में पथिराना ने 15 रन दिए। इस तरह आखिरी तीन ओवरों के लिए अपनी 18 गेंदों के अलावा पथिराना ने 8 वाइड और 3 नो बॉल फेंकी। पहले ओवर में 2 रन देकर एक विकेट निकालने वाले पथिराना ने अगले तीन ओवरों में 54 रन लुटा दिए।

अंत में श्रीलंका की जीत

हालांकि, जीत फिर भी तीन रनों से श्रीलंका को मिली, क्योंकि आखिरी ओवर में जीत के लिए बांग्लादेश को 12 रन चाहिए थे, लेकिन पूर्व कप्तान दसुन शनाका ने सिर्फ 8 रन दिए। इस तरह श्रीलंका को 3 रन से एक रोमांचक जीत मिली।

मथीशा पथिराना की यह कहानी साबित करती है कि क्रिकेट में अंजाम से ही पहचान मिलती है। शुरुआत अच्छी होने के बावजूद, अगर अंत में खराब प्रदर्शन किया जाए तो उससे निराशा ही हाथ लगती है। एक खिलाड़ी के रूप में उन्हें इस घटना से सीख लेनी चाहिए और आगे बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए।