धोनी से दुश्मनी मोल लेने के बाद टीम से हमेशा के लिए गायब हुए ये 3 दिग्गज, हालत ऐसी हुई कि वक़्त से पहले लेना पड़ा सन्यास

दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक कहे जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी अपने शांत स्वभाव के लिए प्रख्यात हैं। किसी भी स्तिथि में अपने दिमाग को कैसे काबू में रखना है यह उनसे बेहतर कोई अन्य क्रिकेटर नहीं जानता। लेकिन क्रिकेट के इतिहास में कई मौके ऐसे भी आए हैं जब धोनी अपना आपा खो बैठे।

माही से दुश्मनी, करियर ख़त्म

ऐसे में अपनी ही टीम के कई खिलाड़ियों से उनके मतभेद भी हुए और माही के दुश्मनों की संख्या भी बढ़ी। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 पूर्व खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे। जो धोनी के गुस्से का शिकार हुए और इस वजह से न सिर्फ उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा, बल्कि समय से पहले सन्यास भी लेना पड़ा।

गौतम गंभीर

आज भी गौतम गंभीर धोनी की आलोचना करने का एक मौका नहीं छोड़ते। कभी इन्होंने भारत के लिए अद्भुत्त खेल दिखाते हुए 2007 टी20 विश्वकप और 2011 विश्वकप में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन 2011 के बाद धोनी से मतभेद टीम में इनकी जगह खा गई। फिर गंभीर टीम में अपने पैर कभी जमा न सके।

वीरेंद्र सहवाग

धोनी और सहवाग के बीच अनबन की खबर कई दफा सुर्खियों में रही। इस विस्फोटक बल्लेबाज ने भारत के लिए कई अनोखी और अद्भुत्त पारियां खेली थी। यही नहीं सहवाग भी गंभीर की तरह 2007 टी20 विश्वकप और 2011 विश्वकप में टीम इंडिया के अहम अंग थे। लेकिन बाद में इन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया, फिर सहवाग कभी वापसी न कर सके।

हरभजन सिंह

कई वर्षों तक टीम इंडिया के महत्वपूर्ण फिरकी गेंदबाज रहे भज्जी भी धोनी के गुस्से का शिकार बने। इसलिए उन्होंने कई बार धोनी की आलोचना इंटरव्यूज में की। लेकिन इससे बात और बिगड़ती चली गई। भारत को 2 विश्वकप जिताने में अपना योगदान देने वाले हरभजन को समय से पहले सन्यास लेना पड़ गया, जिसका मलाल उन्हें अब तक है।

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