भूखा सोया, रात भर रोया… पेट पालने के लिए बेचे गोलगप्पे, संघर्ष में तपकर बना धाकड़ क्रिकेटर, अब SRH के खिलाफ ‘यशस्वी जायसवाल’ ने मचा दिया तूफान

IPL 2023 का रोमांच जारी है, इस टूर्नामेंट में देश – दुनिया के कई खिलाडी अपने शानदार प्रदर्शन का जलवा बिखेर रहे है. कोई अपनी घातक गेंदबाजी से विकेटों की छड़ी लगा रहा है, तो कोई अपनी तूफानी बल्लेबाजी से चौको-छक्को की बरसात कर रहा है. वही, अब इस टूर्नामेंट में राजस्थान रॉयल्स टीम के धाकड़ बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के प्रदर्शन से सभी को चौका दिया है.

बता दे की रविवार को आईपीएल 2023 का चौथा मैच हैदराबाद के राजीव गाँधी स्टेडियम में सनराईजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया गया. इस मैच में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से पहले बल्लेबाजी करने के लिए जोस बटलर और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी मैदान में उतरी और इन्होने मैच की पहली गेंद से ही तूफानी बल्लेबाजी करनी शुरू कर दी.

37 गेंद में ठोकी फिफ्टी:-

अब जहाँ इस मैच में बटलर ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए मात्र 22 गेंदों में शानदार 54 रन की अर्धशतकीय पारी खेली तो वही जायसवाल ने भी 37 गेंदों में 54 रन की शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर फैंस का दिल जीत लिया और अपनी टीम को एक अच्छी शुरुआत दिलाने का काम किया. इन्होने अपनी इस पारी में कुल 9 चौके लगाये और इनका स्ट्राइक रेट 145.95 रहा.

खैर, आपको बता दे की यशस्वी जायसवाल के इतने बड़े और शानदार क्रिकेटर बनने की कहानी भी काफी संघर्ष भरी रही है. एक वक्त था जब ये खिलाडी अपने पिता जी के साथ गोलगप्पे बेचने का काम करता था. लेकिन अब RR टीम का सबसे धाकड़ ओपनर बल्लेबाज बन गया है, और अब ये खिलाड़ी जल्द ही भारतीय टीम में नजर आ सकता है.

पेट पालने के लिए बेचे गोलगप्पे:-

बता दे की यशस्वी जायसवाल की उम्र अभी मात्र 21 साल है, इनके पिता का नाम भूपेंद्र कुमार और माता का नाम कंचन जायसवाल है. ये मूल रूप से उत्तर प्रदेश के भदोही से आते है. ये पहले बहुत गरीब हुआ करते थे, इनके पिता जी एक छोटी सी दूकान चलाते थे.

वही, जब जायसवाल मुंबई आये थे तब इन्हें रहने के लिए घर भी नहीं मिला था. ये कई दिनों तक टेंट आदि में रहे. इसके अलावा पैसे की कमी के कारण इन्होने वहां गोलगप्पे बेचने का भी काम किया है. इस बाद का खुलासा खुद जायसवाल कर चुके है.

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Kuldeep is an emerging talent in the field of cricket writing and he has been working for Cricket Reader as a Sub Editor and delivering news and opinion from the world of cricket.